( A Constituent Unit of Patliputra University )
महंथ मधुसूदन महाविद्यालय, पटना एवं बी. एस. कॉलेज, दानापुर पटना के संयुक्त तत्वावधान में महाविद्यालय के प्रांगण में वन महोत्सव समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो (डॉ ) अंजुम अशर्फी सभी शिक्षक गण, कर्मचारियों के अतिरिक्त एन सी सी एवं एन एस एस विभाग के छात्र – छात्राएं मौजूद थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो ( डॉ) वी. के. सिंह , सचिव डी. डी. कॉलेज , दानापुर भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के अवसर पर वन समारोह सप्ताह के आयोजन और इतिहास पर प्रकाश डालते हुए प्रधानाचार्य प्रो (डॉ ) अंजुम अशर्फी ने कहा कि 1950 ईस्वी में पहली बार तत्कालीन कृषि मंत्री के. एम. मुंशी ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी। तब से हम जुलाई के प्रथम सप्ताह में इसका आयोजन करते आ रहे हैं। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ ठाकुर उदय प्रताप सिंह ने कहा कि वनों की अंधाधुंध कटाई से हमारा पर्यावरण का संतुलन बिगड़ चुका है जिसे बनाये रखने के लिए वृक्षारोपण के कार्यक्रम को वृहत स्तर पर आयोजित किये जाने की आवश्यकता है। डॉ के . एन पांडेय ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वृक्ष और उसके उत्पाद से हम अपने शरीर की प्राकृतिक इम्युन सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं। डॉ दीन बंधु सिंह ने कहा कि मनुष्य अपने जन्म से लेकर मृत्य तक वृक्षों पर निर्भर है। अतः उसे सहेजने की जरूरत है। वरिष्ठ अतिथि ने कहा कि मनुष्य और सभी प्रकार में फ़्लोरा और फौना सभी वनों पर निर्भर जो हमारे इको सिस्टम को संतुलित रखता है। अतः वृक्षों की उपयोगिता से नई पीढ़ी को अवगत होना चाहिए।
इस अवसर पर डॉ पंकज कुमार मोदी , डॉ आशीष कुमार दुबे, नीरज कुमार रंजन , श्री राजीव कुमार,श्री नवदीप पांडेय के साथ साथ अमरेंद्र कुमार, सिद्धार्थ कुमार इत्यादि ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।